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लेखनी कहानी -11-Sep-2022 सौतेला

भाग  14 

शिवम की बाल लीलाओं में गायत्री और संपत के दिन रात कब निकल जाते थे, पता ही नहीं चलता था । संपत का मुख्य उद्देश्य अपने क्षेत्र से डकैतों का समूल उन्मूलन था । डकैतों को सूचना नाजनीन के कोठे से मिलती थी । पुलिस वाले अक्सर नाजनीन के कोठे पर जाया करते थे । वे ही पुलिस की भावी कार्यवाहियों की जानकारी नाजनीन के कोठे के माध्यम से डाकुओं तक पहुंचाते रहते थे । ऐसे भ्रष्ट पुलिस वाले चुन चुन कर थाने से निकाल दिए गये थे । अब पुलिस कार्यवाही की सूचना डाकुओं को नहीं मिलती थी इसलिए वे पुलिस कार्यवाही से अनजान रहने लगे । संपत ने इस स्थिति का लाभ उठाने की योजना बनाई । 

उसने अपने विश्वस्त मुखबिरों के माध्यम से डाकुओं के अड्डे की जानकारी ली । एक रात को डाकू मोहर सिंह अपने साथियों के साथ अपने अड्डे पर बेखबर सोया हुआ था । संपत ने स्पेशल पुलिस फोर्स के साथ डाकुओं के अड्डे पर धावा बोल दिया । बंदूकें गरजने लगी । सोते हुए डाकू समझ ही नहीं पाये कि आखिर यह हकीकत है या सपना । कुछ डाकू अपनी राइफल लेने भागे मगर वे पुलिस की गोलियों का शिकार हो गए । दूसरे डाकू इधर उधर जान बचाकर भागे । उनमें से कुछ घायल हो गये और कुछ पकड़ लिए गये । करीब एक घंटे तक चला था यह ऑपरेशन । "ऑपरेशन क्लीन स्वीप" में पांच डाकू मारे गए और सात घायल हुए । बाकी 12 डाकू पकड़े गये । सरदार मोहर सिंह अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गया । संपत को इसका बहुत मलाल रहा । जब तक मोहर सिंह पकड़ा नहीं जाता है तब तक डाकुओं का पूर्ण सफाया नहीं माना जा सकता है । मोहर सिंह डाकू की गैंग का सफाया उसकी कोई सामान्य उपलब्धि नहीं थी । उच्च अधिकारियों ने उसकी बहादुरी की भूरि भूरि प्रशंसा की लेकिन उसे संतुष्टि नहीं मिली थी । 

उसने अपने घर की सुरक्षा और बढा दी थी । उसे मोहर सिंह से खतरा था । संपत जानता था कि मोहर सिंह वह सांप है जो अभी तक मारा नहीं गया है लेकिन उसकी "थूंथरी" बुरी तरह कुचल दी गई है । ऐसा सांप बहुत भयानक होता है । वह किसी भी हद तक जाकर बदला ले सकता है । यह सोचकर उसने अपने घर पर पुलिस का सख्त पहरा बैठा दिया । उसे अपनी जान की परवाह नहीं थी पर उसकी जान तो गायत्री और शिवम में बसती थी । यदि गायत्री और शिवम को कुछ हो गया तो वह जीते जी ही मर जाएगा । ऐसा सोचकर संपत अपना अधिकांश समय घर पर बिताने लगा । 

नियति की भी अपनी चाल होती है । मनुष्य लाख चतुराई कर ले लेकिन वह नियति को परास्त करने में विफल ही रहता है । भ्रष्ट पुलिस अधिकारी और कर्मचारी जिन्हें संपत ने पुलिस विभाग से निकलवा दिया था ने एक गिरोह बना लिया था । ये लोग चाहते थे कि संपत की झूठी शिकायतें करवा कर उसका यहां से स्थानान्तरण करवा दें फिर नेताओं और बड़े अधिकारियों को पैसे खिलाकर वापस नौकरी पर आ जायें और फिर से डाकुओं के साथ मिलकर अपना "लूटतंत्र" विकसित कर लें । इस उद्देश्य से इन भ्रष्ट पुलिस वालों ने डाकू मोहर सिंह का पता लगवाया और उसके साथ एक गुप्त मीटिंग कर ली । योजना यह बनी कि ये भ्रष्ट अधिकारी अब अच्छे होने का नाटक करेंगे और संपत का विश्वास जीतेंगे । फिर पुलिस की सूचनाऐं मोहर सिंह की देंगे जिससे वह अपना गिरोह फिर से खड़ा कर ले । उसके बाद फिर से डकैती शुरू हो जाएगी । 

भ्रष्ट अधिकारी अपनी योजना में सफल हो रहे थे । संपत ने उन्हें आश्वासन दे दिया था कि यदि वे पूरी तरह सुधर जायें तो वह उन्हें नौकरी पर पुनः लेने की फाइल चला सकता है । धीरे धीरे इन भ्रष्ट अधिकारियों का थाने में आना जाना बढ गया था और ये लोग थाने से सूचनाऐं लेकर मोहर सिंह को देने लगे । 

मोहर सिंह के मन में संपत को लेकर बड़ी टीस थी । उसका अड्डा तहस नहस कर दिया था संपत ने । जब किसी बादशाह का साम्राज्य चला जाये तो उस बादशाह की जो स्थिति होती है वही स्थिति मोहर सिंह की हो रही थी । उसने अपना नया गिरोह बनाया और दूसरे थानों में लूटपाट प्रारंभ कर दी थी । 

एक दिन संपत शिवम को लेकर घर की छत पर खेल रहा था । अचानक उसे एक गोली की आवाज सुनाई  दी । उसके साथ एक महिला की चीख की आवाज भी थी । उसने आवाज की दिशा में देखा तो उसे अपने घर के सामने से मोहर सिंह और उसके गैंग के कुछ लोग भागते हुए दिखाई दिये । उसने आव देखा न ताव , अपना रिवॉल्वर निकाला और उसने छहों गोली उन भागते हुए डाकुओं पर खाली कर दी । मोहर सिंह के सिर में गोली लगी थी । उसकी खोपड़ी उड़ चुकी थी । उसके तीन गुर्गे भी भगवान को प्यारे हो गए थे और दो गुर्गे घायल अवस्था में सड़क पर पड़े पड़े कराह रहे थे । 

उसने शिवम को अपने सीने से लगाया और दौड़ते हुए नीचे की ओर भागा । बरामदे में गायत्री लहुलुहान अवस्था में पड़ी थी । गायत्री की यह अवस्था देखकर संपत के होश उड़ गये । उसने शिवम को नीचे उतारा और गायत्री को संभाला । गोली गायत्री के दिल में लगी थी इसलिए गायत्री की मृत्यु हो चुकी थी । 

क्रमश : 

श्री हरि 
16.5.23 

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2 Comments

Natasha

16-May-2023 10:35 PM

Nice

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Hari Shanker Goyal "Hari"

17-May-2023 05:10 AM

🙏🙏

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